2-49 सीता रसोई रक्सेलवा सतना मध्य प्रदेश
यहाँ तीनों ने भोजन तथा रात्रि विश्राम किया था। मंदिर के पास ही चट्टानों में सीता रसोई है। वनवासी बंधु यहाँ पूजा करने तथा सीता माँ से मन्नत माँगने आते हैं। मंदिर के पास एक कूप को अमृत कुण्ड कहते हैं।
वा.रा. 3/6 पूरा अध्याय, मानस 3/8/3 से 3/9 दोहा तक।
टिप्पणी: वाल्मीकि रामायण तथा श्री रामचरित मानस के अनुसार सिद्वा पहाड़ से सुतीक्षण आश्रम तक कोई संदर्भ नहीं मिलता। प्राप्त स्थल जन श्रुतियों तथा परिस्थिति जन्य साक्ष्य के आधार पर ही मिलते हैं।सिद्धा पहाड़ से रामसेलः-सिद्धानौगवां-हिरौन्दी-शिवसागर-झाली- रक्सेलवा। दूरी एम.पी.एस.एच.-11 से 40 कि.मी. स्थल क्रम सं. 50 रामशैल तथा 49 सीता रसोई का मार्ग भ्रमपूर्ण है अतः स्थानीय मार्गदर्शक लेकर चलें।
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