2-190 कबंध आश्रम, रामदुर्ग बेलगाँव कर्नाटक
रामदुर्ग करड़ी गुड्ड (रीछों का पहाड़) नामक गाँव के पास पहाड़ी पर एक टेढे़-मेढे़ पत्थर की मूर्ति रखी है। यह मूर्ति वाल्मीकि रामायण में वर्णित कबंध के शरीर से मेल खाती है। स्थानीय लोग इसको राक्षस का मंदिर कहते हैं, जिसका श्रीराम ने संहार किया था।
वा.रा. 3/69/19 से 51 3/70, 71, 72, 73 पूरे अध्याय, मानस 3/32/3 से 3/33/3 तक
कबन्ध आश्रम से शबरी आश्रमः- करड़ीगुड – होसकेर – मर्दनी – सुरेबान -शिबारी पेट-शबरी आश्रम। एस. एच.-133 से 20 कि.मी.।
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