Tuesday, April 1, 2025

2-60 श्रीराम मंदिर रामटेक नागपुर महाराष्ट्र

टेक अर्थात् प्रतिज्ञा। श्रीराम ने यहाँ राक्षसों के वध की प्रतिज्ञा की थी। दूसरा अर्थ है टिकना। अर्थात् श्रीराम यहाँ कुछ काल के लिए टिके थे। दोनों अर्थों में श्रीराम का प्रवास सिद्ध होता है। पहले इस पर्वत का नाम रामगिरि था। वा.रा. 3/6 पूरा अध्याय, मानस 3/8/3 से 3/9 दोहा तक। टिप्पणी: वाल्मीकि रामायण […]

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2-61 सीता नहानी, रामगिरि, नागपुर महाराष्ट्र

लोक कथा के अनुसार सुतीक्ष्ण आश्रम जाते समय सीता माँ ने यहाँ स्नान किया था। अब यहाँ श्रीराम मंदिर है। गाँव तथा पहाड़ी का नाम भी रामगिरि हैं। वा.रा. 3/6 पूरा अध्याय, मानस 3/8/3 से 3/9 दोहा तक। टिप्पणी: वाल्मीकि रामायण तथा श्री रामचरित मानस के अनुसार सिद्वा पहाड़ से सुतीक्षण आश्रम तक कोई संदर्भ […]

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2-62 राम लक्ष्मण मंदिर सालबर्डी अमरावती महाराष्ट्र

वनगमन के समय नागपुर के सालबर्डी गांव से 9 कि.मी. दूर श्रीराम ने एक रात्रि यहाँ विश्राम किया व शिव पूजा की थी। निकट ही मोढू नदी में सीता नहानी व श्रीराम मन्दिर हैं। वा.रा. 3/6 पूरा अध्याय, मानस 3/8/3 से 3/9 दोहा तक। टिप्पणी: वाल्मीकि रामायण तथा श्री रामचरित मानस के अनुसार सिद्वा पहाड़ […]

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2-63 सुतीक्ष्ण आश्रम सप्तश्रृंगी पर्वत नासिक महाराष्ट्र

सुतीक्ष्ण मुनि के कई आश्रम मिले हैं किन्तु लगता है कि श्रीराम की सुतीक्ष्ण मुनि से यहीं भेंट हुई थी। श्रीराम 10 वर्ष दण्डक वन में घूमकर पुनः इसी आश्रम में आये थे। वा.रा. 3/7, 8 दोनों पूरे अध्याय 3/11/28 से 44 तक, मानस 3/9/1 से 3/11 दोहे तक टिप्पणी प्रयास किया गया है कि […]

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2-64 सप्तश्रृंगी देवी मंदिर नासिक महाराष्ट्र

सप्तश्रृंगी देवी मंदिर पंचवटी प्रवास की अवधि में श्री सीता राम जी यहाँ दुर्गा माँ के दर्शनार्थ आते थे व राक्षसों से संघर्ष के लिए शक्ति की साधना करते थे। सप्तश्रृंगी देवी से रामसरोवरः- टेकाड़ी नोटः सप्तश्रृंगी देवी रामसरोवर टेकाड़ी आयें। 270 कि.मी.। वा.रा. 3/7, 8 दोनों पूरे अध्याय 3/11/28 से 44 तक, मानस 3/9/1 से […]

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2-65 राम सरोवर टेकारी नागपुर महाराष्ट्र

ये है राम सरोवर । महाराष्ट्र के नागपुर जिले में टेकारी में अवस्थित ये सरोवर उस स्मृति से जुड़ा है जब राम जी वनवास क्रम में यहां आये थे । उल्लेखनीय तथ्य ये है कि इस क्षेत्र में जल का संकट बना रहता है । आस पास के सभी सरोवर , तालाब और जल के […]

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2-66 मार्कंडेय आश्रम नया दरबार उमरिया मध्य प्रदेश

वनवास क्रम में सोनभद्र तथा महानदी के पवित्र संगम पर श्रीराम ने दशरथ जी का श्राद्ध किया था। अब भी सोनभद्र के किनारे प्राचीन बस्ती के अवशेष नदी में मिलते हैं। यहाँ मारकण्डेय ऋषि का आश्रम हुआ करता था जो जल डूब के क्षेत्र में आ गया है । प्राचीन आश्रम की स्मृति में नया […]

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2-67 श्रीराम मंदिर ताला बांधगढ़ उमरिया मध्य प्रदेश

ताला बांधगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में एक पहाड़ी पर श्रीराम का प्राचीन मन्दिर स्थित है। यहाँ लक्ष्मण शैया, भगवान वराह, कच्छपावतार, मत्स्यावतार, हनुमान जी आदि के अनेक मन्दिर हैं। श्रीराम दण्डकारण्य भ्रमण करते हुए यहाँ आये थे। श्री रामचरित मानस के अनुसार श्रीसीता राम जी सुतीक्षण मुनि आश्रम से सीधे अगस्त्य मुनि के आश्रम (अगस्त्येश्वर मंदिर) […]

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2-68 दशरथ घाट विजोरी उमरिया मध्य प्रदेश

विजोरी मानपुर से 14 कि.मी. दूर जंगल में सोनभद्र तथा जुहिला नदियों का पवित्र संगम है। यहाँ श्रीराम ने दशरथ जी का श्राद्ध किया था। वनवासी अब भी श्राद्ध करने यहाँ आते हैं। श्री रामचरित मानस के अनुसार श्रीसीता राम जी सुतीक्षण मुनि आश्रम से सीधे अगस्त्य मुनि के आश्रम (अगस्त्येश्वर मंदिर) गये। अतः वहाँ […]

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2-69 सीतामढ़ी गंधिया शहडोल मध्य प्रदेश

शहडोल जिले में जयसिंह नगर से 15 कि.मी. दूर गंधिया नामक ग्राम के पास श्री सीता राम जी एक रात यहँा रुके थे व भोजन किया था। यहां रसोई बनी है। इसे सीतामढ़ी के रूप में जाना जाता है । श्री रामचरित मानस के अनुसार श्रीसीता राम जी सुतीक्षण मुनि आश्रम से सीधे अगस्त्य मुनि […]

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